व्यापारी परिवार को बंधक बनाकर 60 लाख की लूट

तीन माह बाद भी अपराधी फरार – पीड़ित परिवार अब भी खौफ के साये में

रिपोर्टर ओंकार शर्मा गरियाबंद, छत्तीसगढ़

गरियाबंद जिले के थाना छुरा क्षेत्र के ग्राम चरौदा में तीन माह पूर्व हुए सनसनीखेज लूटकांड का राज अब तक नहीं खुल सका है। 24 और 25 मई की दरम्यानी रात अज्ञात अपराधियों ने व्यापारी सुर्यकांत अग्रवाल के घर धावा बोलते हुए पूरे परिवार को चाकू की नोक पर बंधक बना लिया था। अपराधियों ने चैनल गेट तोड़कर घर में घुसते ही परिवार के सदस्यों के हाथ-पैर बांध दिए और मुंह पर टेप चिपका दी। इसके बाद अलमारियां और दरवाजे तोड़कर करीब 50 से 60 लाख रुपए नकद और गहने लूट लिए।

बच्चों पर मनोवैज्ञानिक असर
घटना के दौरान परिवार के दो स्कूली बच्चे भी अपराधियों की गिरफ्त में रहे। परिजनों का कहना है कि आज भी बच्चे उस खौफनाक रात को याद कर सहम उठते हैं और पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पा रहे। पूरा परिवार अब भी भय के साये में जी रहा है।

मोबाइल मिला, पर सुराग अधूरा
परिजनों का आरोप है कि घटना के दो माह बाद अपराधियों द्वारा छीना गया एक मोबाइल फोन गांव के ही एक ग्रामीण के पास मिला था। पुलिस ने उसे जब्त कर पूछताछ की, लेकिन न तो अपराधियों की पहचान हो सकी और न ही लूट का सामान बरामद हुआ।

विधायक से न्याय की गुहार
26 अगस्त को बिन्द्रानवागढ़ विधायक जनक ध्रुव छुरा पहुंचे तो पीड़ित परिवार ने उन्हें आवेदन देकर शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। विधायक ने थाना प्रभारी और गरियाबंद एसपी से चर्चा कर कार्रवाई का आश्वासन दिया। पुलिस का कहना है कि जांच अभी जारी है।


बढ़ते अपराधों से असुरक्षा की भावना
प्रदेश स्तर पर लूट, हत्या और साइबर ठगी जैसी घटनाओं में लगातार वृद्धि हो रही है। जानकार मानते हैं कि अपराध पर अंकुश लगाने के साथ-साथ लोगों को समय पर न्याय और शासन की योजनाओं का लाभ दिलाना बेहद जरूरी है, ताकि समाज गलत दिशा में न भटके।

ग्रामीणों की मांग
पीड़ित परिवार और ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि गांव में फैला भय समाप्त हो और परिवार को न्याय मिल सके।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

You cannot copy content of this page

error: Content is protected !!