जंगली जानवरों का शिकार करने वाले 4आरोपी गिरफ्तार,
उतरबोरतलाव क्षेत्र के जंगल में शिकार करते कुछ लोगों को वन अमले ने रंगे हाथ पकड़ लिया

शशिकांत सनसनी ब्यूरो चीफ छत्तीसगढ़
सरकार एक ओर जंगली जानवरों के संरक्षण को लेकर योजनाएँ बना रही है, लेकिन दूसरी ओर शिकारियों के हौसले कम होने का नाम नहीं ले रहे। डोंगरगढ़ वन उपमंडल की बात करें तो अवैध जंगल कटाई के साथ-साथ जंगली जानवरों के शिकार की घटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं। हालात ये हैं कि वन विभाग की कार्रवाई न होने से शिकारियों के हौसले बुलंद हैं। ताज़ा मामला आज सुबह सामने आया जब उतरबोरतलाव क्षेत्र के जंगल में शिकार करते कुछ लोगों को वन अमले ने रंगे हाथ पकड़ लिया। पूरी रिपोर्ट देखते हैं।
राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ वन क्षेत्र में अवैध गतिविधियाँ थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ग्रामीणों की सूचना पर वन अमले ने आज सुबह करीब 4 बजे कोलारघाट के जंगल में दबिश दी। यहाँ शिकारियों को जानवर के मांस के साथ गिरफ्तार किया गया।
एसडीओ फॉरेस्ट श्रीमती पूर्णिमा राजपूत ने बताया कि शिकार किया गया जानवर हिरण प्रजाति का है। जब्त मांस को जांच के लिए जबलपुर भेजा जा रहा है। वहीं आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए उन्हें स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है।
श्रीमती पूर्णिमा राजपूत, एसडीओ फॉरेस्ट डोंगरगढ़
आज सुबह ग्रामीणों की सूचना पर हमारी टीम ने दबिश दी। शिकार करते हुए 4 आरोपियों को पकड़ा गया है। तीन आरोपी डोंगरगढ़ के निवासी हैं और एक आरोपी कोलारघाट का है। सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”
गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं –
1. जे. डिनायल,2. नीलू फ्रांसिस,3. विशाल नंदेश्वर,4. विश्वनाथ (निवासी कोलारघाट)
डोंगरगढ़ वन क्षेत्र में लगातार हो रही शिकार की घटनाएँ वन विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर रही हैं। अब देखना होगा कि इन आरोपियों पर कितनी कड़ी कार्रवाई होती है और भविष्य में ऐसे शिकार को रोकने के लिए वन विभाग क्या ठोस कदम उठाता है।