एक्सिस बैंक डोंगरगढ़ में हुआ 2.5 करोड़ का फ्रॉड, बैंक कर्मचारी उमेश गोरले और पत्नी उषा गिरफ्तार

रिपोर्ट-शशिकांत सनसनी, राजनांदगांव/डोंगरगढ़ । एक्सिस बैंक डोंगरगढ़ शाखा में कार्यरत रहे एक पूर्व बैंक कर्मचारी द्वारा बैंक ग्राहकों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपी उमेश गोरले (46 वर्ष) और उसकी पत्नी उषा गोरले (43 वर्ष) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अब तक आरोपी के खिलाफ 43 शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं और धोखाधड़ी की कुल राशि लगभग ₹2.5 करोड़ आँकी गई है।
कैसे किया फ्रॉड?
आरोपी उमेश गोरले ने बैंक कर्मचारियों को प्राप्त गोपनीय जानकारी का दुरुपयोग कर, ग्राहकों के आईडी-पासवर्ड, चेक, एफडी और नेट बैंकिंग के माध्यम से उनके खातों से रकम निकालकर उसे अपने नाम लिंक किए गए मन्नापुरम गोल्ड लोन खाते में ट्रांसफर किया। वहाँ से वह रकम एसबीआई और एक्सिस बैंक में अपने एवं पत्नी और मां के खातों में भेज देता था।
पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि उसकी पत्नी उषा गोरले को ट्रांजेक्शन की जानकारी होती थी और वह धोखाधड़ी में सक्रिय रूप से शामिल थी। आरोपी की मां तारादेवी गोरले की भूमिका की भी जांच की जा रही है, क्योंकि उनका खाता उमेश के मोबाइल नंबर और ईमेल से लिंक मिला है।
क्या मिला आरोपी के पास से?
जांच के दौरान पुलिस ने आरोपी के कब्जे से निम्न सामग्रियां जब्त की हैं:
- एक ह्युंडई क्रेटा कार,बांड पेपर,एक लैपटॉप,,एक मोबाइल फोन,बैंक पासबुक एवं,एटीएम कार्ड
- एफआईआर और कानूनी कार्रवाई
शाखा प्रबंधक रिंकू कुमार (37 वर्ष) ने 26 जुलाई 2025 को थाना डोंगरगढ़ में लिखित रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रिपोर्ट के अनुसार, नवम्बर 2022 से अप्रैल 2025 के बीच कुल 6 ग्राहकों के खातों से ₹1.06 करोड़ से अधिक की रकम की हेराफेरी की गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर अपराध क्रमांक 377/2025, धारा 318(4), 316(5), 3(5) BNS के तहत कार्रवाई करते हुए उमेश गोरले और उसकी पत्नी को 3 अगस्त 2025 को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय से वारंट मिलने के बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है।
पुलिस की टीम का योगदान
इस पूरे ऑपरेशन में थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार शाह, उप निरीक्षक भूषण चंद्राकर, नरेश बंजारे, प्रआर अखिल अंबादे, आरक्षक लीलाधर मंडलोई, चितेश गात्रे और अजय पाटले की विशेष भूमिका रही।